भोपाल। मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद, और संस्कृति विभाग के तत्वावधान में खंडवा जिला अदब गोशा में 11 अगस्त को एक विशेष साहित्यिक कार्यक्रम 'उजाले यादों के' का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम खंडवा के घासपुरा स्थित जवाहर मिडिल स्कूल में दोपहर 3 बजे आयोजित किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण साहित्यिक आयोजन का उद्देश्य उर्दू साहित्य के दो महान शख्सियतों, हबीब आलम और गौहर अंसारी की स्मृति में विमर्श और रचनापाठ के माध्यम से उनकी साहित्यिक धरोहर को सम्मानित करना है।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
'उजाले यादों के' कार्यक्रम का उद्देश्य उर्दू साहित्य के प्रति लोगों की रुचि को पुनर्जीवित करना और साहित्यकारों के योगदान को स्मरण करना है। हबीब आलम और गौहर अंसारी, उर्दू साहित्य के दो महान स्तंभ, जिन्होंने अपने लेखन के माध्यम से समाज और संस्कृति को समृद्ध किया, उनकी याद में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से, न केवल उनकी रचनाओं को प्रस्तुत किया जाएगा, बल्कि उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर भी गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
विशिष्ट आमंत्रित वक्ता और शायर
कार्यक्रम में विशिष्ट आमंत्रित वक्ता के रूप में बुरहानपुर के प्रख्यात शायर शऊर आशना उपस्थित रहेंगे। उनके विचार और रचनाएं उर्दू साहित्य की गहराई और उसकी समृद्धि को दर्शाएंगी। शऊर आशना का साहित्यिक योगदान उन्हें इस कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है और उनकी उपस्थिति से कार्यक्रम का महत्व और बढ़ जाएगा।
स्थानीय वक्ता और शायर
स्थानीय वक्ताओं के रूप में खंडवा के प्रख्यात साहित्यकार और शायर डॉ. हबीब राहत हबाब और जहूर शाहिद अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। डॉ. हबीब राहत हबाब हबीब आलम के व्यक्तित्व और उनके साहित्यिक योगदान पर चर्चा करेंगे, जबकि जहूर शाहिद गौहर अंसारी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इन दोनों वक्ताओं के माध्यम से हबीब आलम और गौहर अंसारी की रचनाओं और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला जाएगा, जिससे श्रोताओं को इन महान साहित्यकारों की गहराई से परिचित होने का अवसर मिलेगा।
रचनापाठ: शायरों की महफिल
कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित शायर अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे, जिससे श्रोताओं को उर्दू शायरी की सुंदरता और गहराई का अनुभव होगा। गोविंद गुंजन, सगीर मंजर, हारून फिराक, शैलेंद्र शरण, अजीज खान अजीज, पेंटर राही, गोविंद गीते, शब्बीर साजिद, नासिर हुसैन, वैभव कोठारी, फारूक शेख, अब्दुल गनी, और शफीक सादिक जैसे प्रसिद्ध शायर इस कार्यक्रम में अपनी शायरी प्रस्तुत करेंगे। उनकी रचनाएं श्रोताओं को साहित्यिक यात्रा पर ले जाएंगी, जहां वे अपने दिल की गहराईयों से भावनाओं को उकेरते हुए समाज और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम की संरचना और आयोजन
'उजाले यादों के' कार्यक्रम की संरचना और आयोजन में खंडवा जिला अदब गोशा के समन्वयक और संस्कृति विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह कार्यक्रम सिलसिला के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जो कि साहित्यिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है। इस श्रृंखला का उद्देश्य साहित्यकारों और शायरों के विचारों और रचनाओं को एक मंच प्रदान करना है, जिससे उर्दू साहित्य की समृद्धि को समाज में फैलाया जा सके।
कार्यक्रम का आयोजन जवाहर मिडिल स्कूल, घासपुरा, खंडवा में किया जा रहा है, जो कि साहित्यिक गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। इस आयोजन के माध्यम से खंडवा के साहित्यिक वातावरण को नई ऊर्जा मिलेगी और उर्दू साहित्य के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ावा मिलेगा।
समाज के लिए प्रेरणा
'उजाले यादों के' कार्यक्रम न केवल हबीब आलम और गौहर अंसारी जैसे महान साहित्यकारों को स्मरण करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। इस कार्यक्रम के माध्यम से उर्दू साहित्य की समृद्धि और उसकी गहराई को समझने का मौका मिलेगा, जिससे लोग साहित्य के महत्व को समझ सकें और उसे आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकें।
इस प्रकार, 'उजाले यादों के' कार्यक्रम साहित्य प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जहां वे उर्दू साहित्य की खुशबू को महसूस कर सकते हैं और हबीब आलम और गौहर अंसारी जैसे महान साहित्यकारों की रचनाओं के माध्यम से अपनी संवेदनाओं को जागृत कर सकते हैं। यह आयोजन उर्दू साहित्य के प्रति जनमानस में गहरी रुचि उत्पन्न करेगा और भविष्य में साहित्यिक धरोहर को संजोने की प्रेरणा देगा।
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