भोपाल। प्रदेश के महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर (यूजी-पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए इच्छुक छात्रों को अब एक और मौका दिया गया है। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने उन छात्रों के लिए राहत की घोषणा की है, जो किसी कारणवश पूर्व में आयोजित काउंसलिंग में प्रवेश नहीं ले पाए थे। इन छात्रों के लिए अब 31 अगस्त तक महाविद्यालय स्तर पर विशेष काउंसलिंग (सीएलसी) आयोजित की जाएगी, जिसके तहत छात्र सीधे महाविद्यालय जाकर ऑफलाइन आवेदन कर रिक्त सीटों पर प्रवेश ले सकते हैं।
विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी उच्च शिक्षा, डॉ तुलसीराम दहायत ने इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए यह विशेष काउंसलिंग (सीएलसी) आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस काउंसलिंग में शामिल होने के लिए कोई भी छात्र 31 अगस्त तक आवेदन कर सकता है। यह विशेष काउंसलिंग उन छात्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी, जिन्होंने पूर्व में किसी कारणवश प्रवेश नहीं लिया या फिर जिनको अपने इच्छित विषय या महाविद्यालय में सीट नहीं मिल पाई थी।
डॉ दहायत ने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों, अग्रणी महाविद्यालय प्राचार्यों और क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालकों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत, छात्रों को उन महाविद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा, जहां पर अभी भी सीटें खाली हैं। यदि किसी विशेष महाविद्यालय में सीट उपलब्ध नहीं है, तो छात्रों को अन्य महाविद्यालयों में उपलब्ध सीटों पर भी प्रवेश का अवसर मिलेगा।
इस प्रक्रिया से न केवल छात्रों को अपनी पढ़ाई जारी रखने का एक और अवसर मिलेगा, बल्कि महाविद्यालयों को भी अपनी रिक्त सीटों को भरने का मौका मिलेगा। इससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति और भी मजबूत होगी, क्योंकि अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम हो सकेंगे।
यह कदम प्रदेश सरकार के शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सरकार द्वारा छात्रों को बार-बार अवसर प्रदान करना यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षा से वंचित कोई भी छात्र न रहे। इस विशेष काउंसलिंग के माध्यम से सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वे प्रदेश के हर छात्र के भविष्य को लेकर गंभीर हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
इस निर्णय से छात्रों के बीच भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। कई छात्रों ने इसे एक सुनहरा मौका बताया है, जिससे वे अपने शैक्षिक लक्ष्यों को पूरा कर सकेंगे। महाविद्यालयों में भी इस निर्णय को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, क्योंकि इससे उनके पास भी अधिक छात्रों को दाखिला देने का अवसर होगा।
संक्षेप में, प्रदेश के महाविद्यालयों में 31 अगस्त तक विशेष काउंसलिंग के माध्यम से दाखिला प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने का यह निर्णय छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। इससे न केवल छात्रों को एक और अवसर मिलेगा, बल्कि प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र को भी नई दिशा मिलेगी।
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