भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) के 2004 बैच के विद्यार्थी सोमवार को 20 साल बाद एक बार फिर मिले, जब उन्होंने 'मैनिट एलुम्नी मीट 2024' का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से लगभग 150 पूर्व छात्र शामिल हुए, जिन्होंने मिलकर अपने पुराने दिनों की यादों को फिर से ताजा किया और आजीवन मित्रता को पुनर्जीवित किया। यह अवसर न केवल बीते समय की यादें साझा करने का था, बल्कि एक बार फिर से उन बंधनों को मजबूत करने का भी था, जो सालों पहले मैनिट के गलियारों में बने थे।
पुरानी यादों का सिलसिला
एलुम्नी मीट के दौरान, जैसे ही पुराने दोस्तों ने एक-दूसरे को देखा, माहौल में उत्साह और नोस्टैल्जिया की लहर दौड़ गई। वर्षों बाद मिले इन दोस्तों ने एक-दूसरे को गले लगाया और इस बात पर हैरानी जताई कि समय कैसे पंख लगाकर उड़ गया। पूरे कार्यक्रम में हंसी-मजाक, कहानियां और यादें गूंजती रहीं। दोस्तों ने देर रात की पढ़ाई, हॉस्टल की शरारतों और कॉलेज के दिनों की अन्य मीठी यादों को साझा किया।
साझा किए अनुभव और उपलब्धियां
इस एलुम्नी मीट का एक मुख्य आकर्षण यह रहा कि पूर्व छात्रों ने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर सफर के अनुभवों को साझा किया। जहां कुछ छात्र अब सफल उद्यमी बन चुके हैं, वहीं कुछ विभिन्न उद्योगों में प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने जीवन के उतार-चढ़ाव, चुनौतियों और सफलताओं की कहानियों को साझा करते हुए, एक-दूसरे को प्रेरित और प्रोत्साहित किया। उनके अनुभवों ने यह साबित किया कि मैनिट के दिन सिर्फ पढ़ाई के नहीं, बल्कि जीवन के लिए तैयार होने के भी थे।
कैंपस लाइफ की ताजा की यादें
पुरानी यादों को ताजा करने के लिए एक विशेष कैंपस टूर भी आयोजित किया गया, जिसमें एलुम्नी अपने कॉलेज के दिनों को फिर से जीने में सक्षम हुए। उन्होंने अपने पुराने क्लासरूम, प्रयोगशालाएं और पसंदीदा हैंगआउट स्थलों का दौरा किया, जहां से कई भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यह टूर मैनिट के प्रतिष्ठित ऑडिटोरियम में समाप्त हुआ, जहां उन्होंने अपने समय में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लिया था, जिनमें उनका स्नातक समारोह भी शामिल था।
सम्मान और मार्गदर्शन
कार्यक्रम में मैनिट के प्रोफेसरों को भी आमंत्रित किया गया, जिन्हें सम्मानित कर उनके प्रति आभार प्रकट किया गया। प्रोफेसरों ने भी अपने छात्रों से मिलकर गर्व और प्रसन्नता महसूस की। इसके साथ ही, एलुम्नी ने अंतिम वर्ष के छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए मार्गदर्शन दिया और अपने अनुभवों से उन्हें प्रेरित किया।
बंधनों को फिर से जोड़ना
एलुम्नी मीट 2024 की शाम मनोरंजन और खुशी से भरी रही। संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। एलुम्नी और उनके परिवारों ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया और एक-दूसरे के साथ नई यादें बनाई। यह शाम उन पुराने बंधनों को फिर से जोड़ने का अवसर बनी, जो सालों पहले मैनिट के परिसर में बने थे।
फिर से मिलने का वादा
मीट के समापन पर, 2004 बैच के स्नातकों ने जल्द ही फिर से मिलने का वादा किया। उन्होंने एक-दूसरे के संपर्क जानकारी साझा की और एक-दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने का संकल्प लिया। इस मीट के दौरान बनीं नई यादों और पुरानी मित्रता को हमेशा बनाए रखने का वादा करते हुए सभी ने अपने रास्ते चुने।
एक स्थायी विरासत
2024 की यह एलुम्नी मीट मैनिट के 2004 बैच के लिए मित्रता और साथीभाव की एक अमिट भावना का प्रमाण बनी। जैसे ही स्नातक अपने जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़े, वे यह जानते थे कि मैनिट परिवार का सहयोग और समर्थन हमेशा उनके साथ रहेगा। 2004 बैच के मित्र धर्मेंद्र राय, अनुभव बंसल, शरद सिंह, अब्दुश सलाम, विवेक त्यागी, आशीष मिश्रा, वरुण शर्मा, योगेश्वर सिंह, मानिक नाथ, अनामिका, ममता, नितेश गोयल, सुनील चौहान, प्रिंसी, और शालिनी ने इस मिलन को सफलतापूर्वक आयोजित किया।
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