सिवनी। छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। शिवाजी के रंग में रंगे देशभक्तों में कई दिन तक उत्सव का माहौल रहता है। यही माहौल सिवनी के भूमि पर भी देखने को मिला। मंगलवार को सिवनी की संस्था श्रीराम सेना द्वारा छत्रपति वीर शिवाजी जी की जयंती के उपलक्ष्य में "शिव-जयंती" का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के प्रखर हिंदुत्व की छवि लेकर चलने वाले नेता और भोपाल की हुजूर विधानसभा से विधायक रामेश्वर शर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम में विधायक रामेश्वर शर्मा को सुनने के लिए सिवनी के हजारों युवाओं की भीड़ उमड़ी।कार्यक्रम में सिवनी भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे, सिवनी विधायक दिनेश राय के साथ अन्य नेताओं ने सहभागिता की। श्री शर्मा ने पहले शिवाजी महाराज को पुष्प अर्पित कर नमन किया, तत्पश्चात उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। कार्यक्रम का संयोजन शुभम हिन्दू एवं श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने किया।
शिव-जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हम बहुत सौभाग्यशाली हैं कि आज 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद हमें राम धुन में मग्न होकर उत्सव मनाने का अवसर मिला है। स्वतंत्र भारत में भी हमारे रामलला को टेंट में रहने पर मजबूर होना पड़ा था। 1947 में हमें भौगोलिक स्वतंत्रता तो मिली लेकिन सांस्कृतिक और धार्मिक स्वतंत्रता इस देश के बहुसंख्यक समाज को अब जाकर मिली। जब करोड़ों लोगों की आस्था के पुंज श्रीराम जी का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है, लेकिन विडंबना देखिए, राम के देश में कुछ लोगों ने राम मंदिर का निमंत्रण तक ठुकरा दिया, लेकिन ये देश साक्षी बनेगा कि जिन्होंने आज राम का निमंत्रण ठुकराया है, उन्हें ये देश भी ठुकरा देगा क्योंकि जो राम का नहीं वो हमारे किसी काम का नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि धन्य है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनवाया। उनके नेतृत्व में भारत विश्व में लोकप्रिय हो रहा है। कभी किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि दुबई में भी मंदिर मनेगा। पहले तो देश में ही मंदिर नहीं बन पा रहा था, लेकिन मोदी जी के सशक्त नेतृत्व में आज भारत के साथ अब दुबई में भी मंदिर बन रहा है। आज नरेंद्र मोदी जी ने हमें स्वाभिमान की जिंदगी दी है, इसीलिए उनका नाम भी हमे गर्व से लेना चाहिए। अच्छा हिंदुस्तान और अच्छे सनातन की उम्मीद और भरोसा नरेंद्र मोदी से ही है। अभी तो श्रीराम मंदिर बना है, काशी मथुरा बाकी है।
छत्रपति शिवाजी महाराज के व्यक्तित्व पर बात रखते हुए श्री शर्मा ने कहा कि आज शिवाजी महाराज की वीरता और धर्मनिष्ठा के जो किस्से हम सुनते हैं, उनमें सबसे बड़ा योगदान उनकी माता जी का रहा। शिवाजी महाराज को उनकी माता 'जीजा बाई जी' ने भारत माता की सेवा करने का भाव सिखाया। उन्हें धर्म के लिए जीने की दिशा दी। जिसके चलते उन्होंने मुगलों की छाती चीरकर भगवा ध्वज लहराया। आज हमें भी यदि अपने बच्चों में राष्ट्रीय गौरव जगाना है तो शिवाजी महाराज की जीवनी को एक ग्रंथ के रूप में अपने बच्चों को पढ़ाना होगा। ताकि हर घर में राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित भाव रखने वाले वीर शिवाजी पैदा हो सकें।
उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम सेना का आयोजन अत्यंत प्रशंसनीय है। इसके लिए संपूर्ण समिति का हृदय से साधुवाद, लेकिन एक दिन का कार्यक्रम समस्या का समाधान नहीं है, अपितु समस्या की जड़ को खत्म करना होगा। हिंदुओं को जातिवाद से मुक्त होना पड़ेगा। घर से बाहर ठाकुर, ब्राह्मण, वाल्मीकि, कायस्थ बनकर नहीं बल्कि हिन्दू बनकर निकलना होगा। हिंदुत्व को मजबूत करना हो तो शिवाजी की रणनीति सीखनी होगी। वह धोखे से घात करने आए अफजल के धोखे में नहीं पड़े, बल्कि उसकी छाती पर लात रखकर उसे ही परास्त कर दिया। आज भी कई धोखे हो रहें हैं, इसलिए हमें भी छत्रपति शिवाजी की तरह सावधान रखकर दुश्मनों को परास्त कर करना होगा। छत्रपति शिवाजी महाराज के सपने को साकार करना है। तो श्रीराम सेना के सेनापति बनना पड़ेगा।
Subscribe to our newsletter for daily updates and stay informed
© indianewsvista.in. All Rights Reserved.