भोपाल। आईआईआईटी भोपाल (IIT Bhopal) और मैनिट (MANIT) ने संयुक्त रूप से 78वें स्वतंत्रता दिवस को बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया। इस विशेष अवसर पर मैनिट भोपाल के प्रांगण में आयोजित इस समारोह में दोनों संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया, जिससे यह राष्ट्रीय त्यौहार और भी यादगार बन गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसने पूरे परिसर को नव ऊर्जा और जोश से भर दिया। राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए सभी ने मिलकर राष्ट्रगान गाया, जिससे एकता और देशप्रेम की भावना पूरे वातावरण में व्याप्त हो गई। ध्वजारोहण के बाद आईआईआईटी भोपाल के निदेशक प्रोफेसर आशुतोष कुमार सिंह ने छात्रों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
प्रो. आशुतोष कुमार सिंह ने राष्ट्र के प्रति छात्रों के कर्तव्यों पर जोर दिया और उन्हें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ी देश सेवा यह है कि वे अपने अध्ययन में पूर्ण समर्पण और अनुशासन के साथ रहते हुए उच्च कोटि का कार्य करें। जब विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद रोजगार प्राप्त करते हैं और अपनी संस्था व समाज के लोगों को आगे बढ़ने में सहयोग करते हैं, तो यही सच्ची देशभक्ति है।
उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को रोजगार प्राप्त करने के बाद भी अपनी संस्था और वहां के छात्रों की मदद करनी चाहिए। विशेषकर गरीब विद्यार्थियों को आर्थिक और शैक्षणिक सहयोग देने की आवश्यकता है, जिससे वे भी अपने सपनों को साकार कर सकें। इस तरह की सेवा ही सच्ची देश सेवा का प्रतीक है।
प्रो. सिंह ने अपने भाषण में इस बात पर भी जोर दिया कि आज के युवा राष्ट्र की रीढ़ हैं और उनके प्रयासों और समर्पण से ही देश का भविष्य संवर सकता है। उन्होंने छात्रों को यह संदेश दिया कि उन्हें न केवल अपने करियर के लिए, बल्कि देश की उन्नति के लिए भी सतत प्रयासरत रहना चाहिए।
निदेशक के प्रेरणादायक भाषण के बाद कार्यक्रम का सांस्कृतिक दौर शुरू हुआ, जिसमें आईआईआईटी भोपाल और मैनिट के छात्रों ने अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन किया। सबसे पहले आईआईआईटी भोपाल के सांस्कृतिक क्लब 'आरजू' की संगीत टीम ने अपने सुरों से समां बांधा। उन्होंने देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों के माध्यम से एक ऐसा वातावरण बनाया, जिसने सभी उपस्थित लोगों के दिलों में देशप्रेम की भावना को और प्रबल कर दिया।
इसके बाद, आरजू के नाट्य दल ने स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूतों के संघर्ष और बलिदान को नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से जीवंत किया। उनकी प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। छात्रों ने अपने अभिनय और संवाद अदायगी से स्वतंत्रता संग्राम के उन कठिन और प्रेरणादायक क्षणों को जीवंत कर दिया, जो आज भी हर भारतीय के दिल में बसे हुए हैं।
एक दूसरे को दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने मिलकर मिष्ठान्न ग्रहण किया। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर को यादगार बनाने के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की।
आईआईआईटी भोपाल और मैनिट भोपाल के इस संयुक्त आयोजन ने न केवल छात्रों और शिक्षकों के बीच आपसी सहयोग और समझ को बढ़ावा दिया, बल्कि इसने दोनों संस्थानों के बीच की दोस्ती और संबंधों को भी मजबूत किया। ऐसे आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद भी दिलाते हैं।
इस कार्यक्रम ने यह भी दिखाया कि कैसे शिक्षा और संस्कार मिलकर राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब युवा पीढ़ी अपने अध्ययन के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक होती है, तो वह देश को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।
संयुक्त रूप से आयोजित यह स्वतंत्रता दिवस समारोह न केवल एक त्योहार था, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी था जहां छात्रों ने अपने हुनर और देशप्रेम को प्रदर्शित किया। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि स्वतंत्रता केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी भी है, जिसे हमें हर पल निभाना है।
इस प्रकार IIT भोपाल और MANIT ने मिलकर 78वां स्वतंत्रता दिवस एक यादगार और प्रेरणादायक तरीके से मनाया, जो न केवल छात्रों बल्कि सभी उपस्थित लोगों के लिए एक सीख और प्रेरणा का स्रोत बना।
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