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'विकसित भारत' के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका : राज्यपाल मंगुभाई पटेल

कलाव्योम फाउंडेशन द्वारा स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में विकसित भारत" विषयक पर कार्यक्रम का आयोजन

भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानन्द के विचारों और साहित्य का अध्ययन करना चाहिए और उनसे आत्म उन्नति और राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक देशवासी को स्वामी विवेकानन्द की आशा और अपेक्षाओं के अनुरूप अपने कार्यों का आकलन करना चाहिए और राष्ट्र हित में योगदान देना चाहिए। श्री पटेल ने यह विचार कलाव्योम फाउंडेशन द्वारा आयोजित "स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में विकसित भारत" विषयक कार्यक्रम में व्यक्त किए। 

स्वामी विवेकानंद के विचारों का महत्व

राज्यपाल ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के विचारों की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि युवाओं को स्वामी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और आव्हान का अनुसरण करते हुए विकसित भारत के निर्माण में अपनी ऊर्जा और सामर्थ्य का उपयोग करने की सलाह दी। श्री पटेल ने कहा स्वामी विवेकानंद के विचार और आदर्श हमारे जीवन के लिए एक मार्गदर्शक हैं। उनके विचारों का अनुसरण करके हम आत्म उन्नति के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। 


भारत का भविष्य और युवाओं की भूमिका

राज्यपाल ने स्वामी विवेकानंद के अमेरिका प्रवास के दौरान दिए गए वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहा स्वामी जी ने अमेरिका में पत्रकारों से कहा था कि यह सदी आपकी है, लेकिन 21वीं सदी भारत की होगी। उन्होंने इस बयान को संदर्भित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद के विकसित भारत के सपने को साकार करने का यह स्वर्णिम समय है। उन्होंने अगले 25 वर्षों तक समर्पित होकर समृद्ध और विकसित भारत की सुदृढ़ नींव रखने का आह्वान किया।

श्री पटेल ने जोर देते हुए कहा कि युवाओं को अपनी ऊर्जा का उपयोग गरीब, वंचित, और जरूरतमंदों के हित में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद का दृष्टिकोण हमें सिखाता है कि समाज के सभी वर्गों की प्रगति के बिना राष्ट्र का समग्र विकास संभव नहीं है। युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात कर समाज के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।

कलाव्योम फाउंडेशन की सराहना

कार्यक्रम के दौरान, राज्यपाल ने कला, संस्कृति और कौशल विकास के संरक्षण, संवर्धन, और प्रचार-प्रसार के लिए कलाव्योम फाउंडेशन की सराहना की। उन्होंने फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संगठन स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कलाव्योम फाउंडेशन ने स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जो कार्य किए हैं, वह सराहनीय हैं। हमें ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहित करना चाहिए जो समाज को दिशा देने में सक्षम हों।

कार्यक्रम की अन्य प्रमुख बातें

कार्यक्रम में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। राज्यपाल मंगुभाई पटेल का कार्यक्रम में शॉल, श्रीफल, और स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित कबीर गायक कालुराम बामनिया ने कबीर के पदों पर आधारित प्रस्तुतियां दीं, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गईं। कलाव्योम फाउंडेशन की ओर से स्वागत भाषण डॉ. अमोद कुमार गुप्ता ने दिया, जिन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों के महत्व पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम की उद्देश्यपरकता पर चर्चा की।

एयर मार्शल भोसले और रामकृष्ण मिशन कोझीकोड मठ के सचिव स्वामी नरसिम्हा ने प्रमुख वक्ता के रूप में स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन और उनके विकसित भारत के विजन पर विस्तृत चर्चा की। दोनों वक्ताओं ने स्वामी जी के विचारों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समझने और उन्हें जीवन में उतारने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे, और हमें उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ना चाहिए।


कलाव्योम फाउंडेशन की भूमिका

कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त करते हुए, फाउंडेशन की सचिव प्रगति गुप्ता ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि कलाव्योम फाउंडेशन स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा। उन्होंने फाउंडेशन के आगामी योजनाओं पर भी चर्चा की, जिनमें स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन शामिल है। 

कलाव्योम फाउंडेशन की सचिव अपर्णा भोसले, चिंतक एवं विचारक डॉ. रविन्द्र सुहाने, और फाउंडेशन के अन्य सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सुधी जनों की उपस्थिति रही, जिन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा ली और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।

स्वामी विवेकानंद के विचारों की अनुगूंज

कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने युवाओं से अपील की कि वे स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में उतारें और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार हमें एक बेहतर भविष्य की दिशा में प्रेरित करते हैं। हमें उनके आदर्शों का पालन कर एक समृद्ध और विकसित भारत का निर्माण करना चाहिए।

यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण अवसर था, जहां स्वामी विवेकानंद के विचारों की अनुगूंज सुनाई दी और उनके आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा मिली। कलाव्योम फाउंडेशन के इस प्रयास से स्वामी विवेकानंद के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य हुआ है, जिससे भारत के भविष्य को संवारने में मदद मिलेगी।  

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