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मप्र में पर्यटन के साथ निवेश को दिया जा रहा है बढ़ावा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

आईएटीओ के मैनुअल का हुआ विमोचन, भारत बनेगा वैश्विक पर्यटन का केंद्र, उज्जैन में स्थापित वैदिक घड़ी विश्व में समय निर्धारण का अनूठा उदाहरण

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और निवेश को आकर्षित करने के लिए नई योजनाओं की घोषणा की है। उज्जैन में स्थापित वैदिक घड़ी और भोपाल के पर्यटन केंद्र के रूप में उभरने को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए, मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश (एमपी) में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें तलाशी जा रही हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। कोई बात असंभव नहीं हो सकती है। भगवान महाकाल समय के देवता हैं और हमारे जीवन में उल्लास और उमंग जगाने वाले हैं। इसी तरह, टूर ऑपरेटर्स भी जीवन में उत्साह भरने का कार्य करते हैं। भोपाल पर्यटन का जीता-जागता केंद्र बन गया है, जहां पर्यटक अक्सर बाघों को देखने आते हैं। भोपाल का बड़ा तालाब बांध निर्माण की उत्कृष्ट शैली का भी उदाहरण है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है भारत की भूमिका

केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस अवसर पर कहा कि विश्व में भारत के इतिहास, संस्कृति, खानपान और ज्ञान की विविधता को जानने का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नए पर्यटन स्थलों का विकास हो रहा है, जो वैश्विक मांग के अनुरूप हैं। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि देश के पर्यटन स्थलों की विशेषताओं और आकर्षण को विश्व के हर कोने तक पहुंचाएं। वर्ष 2047 में भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मध्य प्रदेश का अनूठा पर्यटन मॉडल

पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने मध्य प्रदेश की विशिष्ट पहचान को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रदेश में हेरिटेज, कल्चरल, स्पिरिचुअल, रेस्पोंसिबल और सेफ टूरिज्म में राज्य की एक अलग पहचान बनी है। उन्होंने कहा आईएटीओ (IATO) का मध्य प्रदेश में आयोजित यह सम्मेलन प्रदेश के पर्यटन को विश्व पटल पर ले जाने में अहम भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री शेखावत ने अधिवेशन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से किया। इस दौरान आईएटीओ मैनुअल का विमोचन किया गया और आईएटीओ पर केन्द्रित एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।


आईएटीओ हॉल ऑफ फेम सम्मान

इस अवसर पर आईएटीओ द्वारा राजदान होलीडेज के स्व. एमएल राजदान को हॉल ऑफ फेम सम्मान दिया गया, जिसे उनकी बहू अनीता राजदान ने ग्रहण किया। साथ ही, इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड के एमडी और सीईओ पुनीत छटवाल को भी हॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया गया।

प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने आईएटीओ कन्वेंशन को भविष्य के लिए एक बेंचमार्क बताया। उन्होंने सभी आईएटीओ डेलीगेट्स को मध्य प्रदेश भ्रमण के दौरान प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत, समृद्ध संस्कृति और नैसर्गिक सौंदर्य को नजदीक से जानने की शुभकामनाएं दीं। शुक्ला ने कहा मध्य प्रदेश आने वाले समय में पर्यटन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। देश और विदेश के पर्यटकों को प्रदेश की ओर आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

आईएटीओ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का संबोधन

आईएटीओ के अध्यक्ष राजीव मेहरा ने पर्यटन क्षेत्र में संगठन की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं, उपाध्यक्ष रवि गोंसाई ने अधिवेशन के उद्देश्य और कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

मनमोहक मध्य प्रदेश: सांस्कृतिक प्रस्तुति

मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहर और नैसर्गिक सौंदर्य को दर्शाने के लिए "मनमोहक मध्यप्रदेश भारत की हृदय भूमि" नामक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। इस भव्य प्रस्तुति का संयोजन संस्कृति विभाग द्वारा किया गया, जिसे मैत्रेई पहाड़ी ने निर्देशित किया। प्रस्तुति में 53 कलाकारों ने 40 मिनट के भीतर नृत्य के माध्यम से प्रदेश की समृद्ध विरासत, आध्यात्मिकता और ऐतिहासिक महत्व को प्रस्तुत किया। इसके साथ ही, धार के कैलाश सिसोदिया और उनके साथियों ने भील जनजाति का पारंपरिक भगोरिया नृत्य प्रस्तुत कर देशभर से आए टूर ऑपरेटर्स का दिल जीत लिया।

प्रदेश में पर्यटन के लिए हो रहे प्रयास

इस अवसर पर मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक इलैयाराजा टी, अपर प्रबंध संचालक पर्यटन बोर्ड बिदिशा मुखर्जी, आईएटीओ के मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह सहित देशभर से आए आईएटीओ के सदस्य और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

मध्य प्रदेश में पर्यटन के विकास के लिए किए जा रहे इन प्रयासों का उद्देश्य न केवल प्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है, बल्कि इसके माध्यम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे आने वाले समय में प्रदेश की पर्यटन संभावनाओं का पूरा उपयोग किया जा सकेगा। 

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