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श्री भागवत कथा महोत्सव में शामिल हुए विधायक भगवानदास सबनानी

मां पाताल भैरवी समिति द्वारा भागवत कथा महोत्सव का किया आयोजन

भोपाल। मां पाताल भैरवी समिति द्वारा आयोजित श्री भागवत कथा महोत्सव का शुभारंभ 6 सितंबर से हुआ है, जो 12 सितंबर तक चलेगा। इस पावन आयोजन में सुरेश जी महाराज, चित्रकूट धाम के प्रसिद्ध कथावाचक व्यास के श्रीमुख से भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए भक्ति का एक अनूठा अवसर है, बल्कि समाज में आध्यात्मिक जागरूकता और शांति का संदेश भी फैला रहा है। भागवत कथा महोत्सव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और विधायक भगवानदास सबनानी ने कथा स्थल पर पहुंचकर व्यास पीठ के दर्शन किए और पुष्पांजलि अर्पित की।

कथा में भक्ति और आध्यात्मिकता का अनुभव

भागवत कथा हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है, जो भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उपदेशों पर आधारित होती है। यह कथा श्रद्धालुओं के मन को शुद्ध करती है और उन्हें सत्य, धर्म और ईश्वर भक्ति की राह पर चलने के लिए प्रेरित करती है। सुरेश जी महाराज ने कथा के दौरान श्रीमद्भागवत के गूढ़ अर्थों को सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालु लाभान्वित हो रहे हैं।

कथा के दौरान महाराज जी ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे उनके उपदेशों का पालन करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि भागवत कथा न केवल धार्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह जीवन में सत्य और कर्तव्य को समझने का मार्ग भी है। 


विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति और संदेश

भागवत कथा महोत्सव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और विधायक भगवानदास सबनानी ने कथा स्थल पर पहुंचकर व्यास पीठ के दर्शन किए और पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने इस पवित्र अवसर पर श्रद्धालुओं और आयोजकों को शुभकामनाएं दीं और कथा वाचक व्यास जी का स्वागत किया।

श्री सबनानी ने अपने संबोधन में कहा भागवत कथा के माध्यम से मनुष्य का मन शुद्ध होता है और उसे सच्चे कर्मों की ओर प्रेरित किया जाता है। ईश्वर की भक्ति से मनुष्य अपने जीवन में शांति और सुख दोनों का ही अनुभव करता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में एकता और सद्भाव का वातावरण बनता है, जो सभी के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने सभी के लिए सुख-समृद्धि और उन्नति की प्रार्थना की।

श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति

मां पाताल भैरवी मंदिर, कोटरा सुल्तानाबाद में आयोजित इस भागवत कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। कथा के दौरान भक्तजन भक्ति और ध्यान में लीन होकर भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान कर रहे हैं। आयोजन समिति के सदस्य रूप सिंह यादव ने बताया कि मां पाताल भैरवी समिति ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं और श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि यह आयोजन उनके जीवन में गहरा प्रभाव डाल रहा है।

श्री यादव ने कहा श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस पवित्र कथा का लाभ उठा रहे हैं और भगवान की भक्ति में लीन होकर अपने मन को शांति और सुख का अनुभव कर रहे हैं। इस प्रकार के आयोजन समाज को एक सकारात्मक दिशा देते हैं और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं।


आध्यात्मिक माहौल और आयोजन की विशेषताएं

कथा महोत्सव के दौरान पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल से गुंजायमान है। मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभव प्राप्त हो रहा है। सुबह से शाम तक चलने वाली कथा में भाग लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं और मां पाताल भैरवी के दर्शन कर रहे हैं।

समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि वे आराम से कथा सुन सकें और पूजा-अर्चना कर सकें। आयोजन की व्यवस्था इतनी सुव्यवस्थित है कि सभी उपस्थित लोग भक्ति और सेवा के इस पवित्र माहौल में खो जाते हैं।

कथा के माध्यम से समाज में जागरूकता और शांति का संदेश

इस भागवत कथा महोत्सव का उद्देश्य न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार करना है, बल्कि समाज में जागरूकता, एकता और शांति का संदेश भी फैलाना है। कथा के माध्यम से मनुष्य को सच्चे मार्ग पर चलने और ईश्वर के प्रति समर्पण का भाव जागृत होता है।

महाराज सुरेश जी ने कथा के दौरान कई सामाजिक संदेश भी दिए, जिसमें उन्होंने कहा कि ईश्वर की भक्ति के साथ-साथ मनुष्य को समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भागवत कथा सुनने मात्र से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है और उसे धर्म, सत्य और कर्तव्य का बोध होता है।


सच्चे मार्ग पर चलने के लिए करेगा प्रेरित 

मां पाताल भैरवी समिति द्वारा आयोजित श्री भागवत कथा महोत्सव, श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जहां वे भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान सुनकर अपने मन को शुद्ध और शांत कर सकते हैं। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक जागरूकता फैलाई है, बल्कि समाज को एकजुट करने और सकारात्मक ऊर्जा फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

श्री भागवत कथा महोत्सव के दौरान प्राप्त आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति का यह अनुभव निस्संदेह श्रद्धालुओं के जीवन में स्थायी प्रभाव छोड़ेगा और उन्हें सच्चे मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।

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