पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति के प्रति कृतज्ञता के लिए एक पेड़ अवश्य लगाएं : प्रो. केजी सुरेश
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम का आयोजन
भोपाल । इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय ने पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि के लिए श्एक पेड़ मां के नामश् कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अनूठे अभियान का मुख्य उद्देश्य ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ानाए धरती का तापमान कम करनाए भूजल स्तर को ऊपर लाना और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान देना है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय द्वारा आयोजित श्एक पेड़ मां के नामश् कार्यक्रम पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस कार्यक्रम के माध्यम से माताओं के प्रति सम्मान और प्रेम को प्रदर्शित करते हुए पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया जा रहा है। ऐसे अभियान न केवल हमारे समाज को एकजुट करते हैंए बल्कि हमारी धरती और हमारे जीवन के लिए भी अनमोल योगदान देते हैं। इस कार्यक्रम की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति इसमें सहभागिता करे और अपनी मां के नाम एक पेड़ लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा में अपना योगदान दे।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश ने तटीय गांव मुक्ताकाश प्रदर्शनी परिसर में अरापुरा आवास के सामने नारियल का एक पेड़ लगाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा जीवन में व्यक्ति की सबसे पहली गुरु मां ही होती हैं। ऐसे में मां के नाम पौधारोपण अभियान में शामिल होना किसी सौभाग्य से कम नहीं है।
प्रकृति और मातृत्व के प्रति सम्मान
इस अवसर पर संग्रहालय के निदेशक प्रोण् अमिताभ पांडे ने प्रत्येक दर्शक से अपनी मां के प्रति सम्मान स्वरूप कम से कम एक पौधा अवश्य लगाने की मार्मिक अपील की। उन्होंने कहा अपनी मां के प्रति समर्पण और श्रद्धा भाव रखना ही हम सब के लिए प्रेरणा का विषय है। इस कार्यक्रम का एक निहितार्थ यह भी है कि हम सब प्रकृति की गोद में ही पलकर बड़े हुए हैं। अतः इस कार्यक्रम से जुड़कर हमें प्रकृति के प्रति अपने फर्ज को भी पूरा करने की संतुष्टि मिल सकती है।
धरती माता और हमारी माताएं
कार्यक्रम में इस बात पर जोर दिया गया कि धरती माता और मानव जीवन के पोषण के लिए हमारी माताओं के बीच समानता दर्शाई जाए। अपनी मां के प्रति प्रेमए आदर और सम्मान के प्रतीक के रूप में एक पेड़ लगाने और धरती माता की रक्षा करने का संकल्प लेने का भी आह्वान किया गया। प्रोण् पांडे ने कहा प्रकृति के पोषण के लिए धरती माता और मानव जीवन के पोषण के लिए हमारी माताओं के बीच समानता दर्शाते हुए अपनी मां के प्रति प्रेमए आदर और सम्मान के प्रतीक के रूप में एक पेड़ लगाने और धरती माता की रक्षा करने का संकल्प लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पर्यावरणीय लाभ
इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल माताओं के प्रति सम्मान प्रकट किया जा रहा हैए बल्कि यह पर्यावरणीय लाभ भी प्रदान कर रहा है। पेड़ लगाने से ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगीए जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अलावा पेड़ धरती का तापमान कम करनेए भूजल को ऊपर लाने और प्रदूषण नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
समाज की सहभागिता
श्एक पेड़ मां के नामश् कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग की सहभागिता को प्रोत्साहित किया गया। प्रोण् सुरेश ने बताया कि इस प्रकार के अभियान समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को एकजुट करने का काम करते हैं। जब हम सब मिलकर छोटे.छोटे कदम उठाते हैंए तो हम बड़े बदलाव ला सकते हैं।