दमोह

दमोह जिले के 447 गांव के 65 हजार लोगों के घर में पहुंच रहा है नल से जल

राज्य सरकार की समूह नल-जल योजना बनी ग्रामीणों के लिए वरदान

भोपाल। मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पटेरा विकासखंड में स्थित सैकड़ों गांवों के निवासियों के लिए स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता हमेशा से एक चुनौती रही है। गांवों के लोग विशेषकर महिलाएं और बच्चे, अपने घर से मीलों दूर जाकर पीने का पानी लाने के लिए मजबूर थे। इस कठिनाई के कारण उन्हें न केवल अपने रोजमर्रा के कार्यों में बाधा का सामना करना पड़ता था, बल्कि स्वच्छ जल की कमी के कारण वे कई बीमारियों का भी शिकार हो रहे थे। राज्य सरकार की समूह नल-जल योजना ने इन ग्रामीणों के जीवन में एक नया सवेरा लाया है।

समूह नल-जल योजना: ग्रामीण जीवन में परिवर्तन

राज्य सरकार ने इस समस्या का समाधान करने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत जल निगम द्वारा दमोह पटेरा में समूह जल प्रदाय योजना का क्रियान्वयन किया। इस योजना के अंतर्गत बेयर्मा नदी पर निर्मित सतधारू बांध को आधार बनाकर दमोह पटेरा ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना लागू की गई। इस योजना के तहत, 75.54 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) क्षमता का इंटेकवेल बनाया गया है और 58.80 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WTP) स्थापित किया गया है। इस योजना के माध्यम से 2500 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है, जिससे 447 गांवों के लगभग 65 हजार ग्रामीणों को उनके घरों में नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।

ग्राम पेयजल उप समिति: जल वितरण का कुशल प्रबंधन

प्रत्येक ग्राम की आंतरिक जल वितरण प्रणाली के समुचित संचालन और प्रबंधन के लिए ग्राम पेयजल उप समिति का गठन किया गया है। इस समिति के सदस्यों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे जल वितरण प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित कर सकें। इस योजना का संचालन ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक और राज्य शासन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है, जिससे इसे वित्तीय और तकनीकी सहायता भी मिल रही है।

जल गुणवत्ता: सील्ड मिनरल वॉटर जैसी स्वच्छता

जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए योजना के अंतर्गत एक सुसज्जित प्रयोगशाला की स्थापना की गई है, जहां नियमित रूप से आपूर्ति किए जा रहे पेयजल का परीक्षण किया जाता है। इस पानी की गुणवत्ता इतनी उच्च है कि इसे सील्ड मिनरल वॉटर के बराबर माना जा सकता है। स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की इस व्यवस्था ने ग्रामीणों को जल जनित बीमारियों से बचाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

ग्रामीणों के अनुभव: जीवन में बदलाव

इस योजना से लाभान्वित ग्रामीणों ने अपनी खुशी और संतोष व्यक्त किया है। ग्राम मुटिया के निवासी पप्पू यादव कहते हैं पहले हमें पीने के पानी के लिए काफी दूर जाना पड़ता था। समूह जल प्रदाय योजना के माध्यम से अब हमें घर में ही नल से पानी मिल रहा है, जो हमारे लिए एक नए जीवन जैसा है।

ग्राम गोंडिया की वैजंति पटेल ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बताया पहले पानी लाने में बहुत समय और मेहनत लगती थी। अब समय की बचत के साथ-साथ हमें घर में ही नल से स्वच्छ पेयजल मिल रहा है, जिससे हमारा जीवन आसान हो गया है।

दमोह जिले के ग्राम बुमुड़िया के निवासी रामलाल पटेल कहते हैं। इस योजना के आने से हमारी जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब हमें पूरे समय पानी की व्यवस्था की चिंता नहीं रहती, हम बिना किसी टेंशन के अपने काम कर सकते हैं।

ग्राम गिदरा की स्नेहलता दीक्षित कहती हैं समूह जल प्रदाय योजना से हमें घर में ही स्वच्छ पेयजल मिल रहा है, जिससे न केवल समय की बचत हो रही है, बल्कि जल जनित बीमारियों से भी मुक्ति मिल रही है।

समाज और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव

इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब ग्रामीणों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल मिल रहा है, जिससे जल जनित बीमारियों में भी कमी आई है। इसके अलावा, समय की बचत और पानी की उपलब्धता ने ग्रामीणों को अन्य आर्थिक गतिविधियों में भी शामिल होने का अवसर दिया है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है।

इसके साथ ही, इस योजना ने ग्रामीण महिलाओं और बच्चों को भी बहुत राहत दी है। पहले जहां उन्हें पीने का पानी लाने में कई घंटे खर्च करने पड़ते थे, वहीं अब वे इस समय का उपयोग शिक्षा, खेती-बाड़ी और अन्य आर्थिक गतिविधियों में कर सकते हैं। इस प्रकार यह योजना न केवल जल संकट का समाधान कर रही है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के जीवन में सुधार भी ला रही है।

योजना से सैकड़ों ग्रामीणों की बुझी प्यास 

राज्य सरकार की समूह नल-जल योजना ने दमोह जिले के पटेरा विकासखंड के सैकड़ों गांवों में एक नई उम्मीद जगाई है। इस योजना के माध्यम से न केवल ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है, बल्कि उनके जीवन में एक नया सवेरा भी आया है। इस योजना की सफलता से यह स्पष्ट है कि सरकार की यह पहल ग्रामीण विकास और उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले समय में, इस तरह की योजनाएं निश्चित रूप से ग्रामीण भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और देश के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेंगी।  

India News Vista
47

Newsletter

Subscribe to our newsletter for daily updates and stay informed

Feel free to opt out anytime
Get In Touch

+91 99816 65113

[email protected]

Follow Us

© indianewsvista.in. All Rights Reserved.