भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि स्वच्छता की शुरुआत हमारे घर से होती है और यही स्वच्छता का पहला पाठ भी है। उन्होंने कहा कि बच्चों में स्वच्छता के संस्कार घर से ही शुरू करने चाहिए। राज्यपाल श्री पटेल "स्वच्छता ही सेवा" पखवाड़े 2024 के तहत कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में प्रदेश के 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रगान "जन गण मन" की धुन से हुई। राज्यपाल श्री पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश को स्वच्छता के क्षेत्र में प्राप्त पुरस्कारों पर केंद्रित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया, जिसमें प्रदेश की स्वच्छता से संबंधित उपलब्धियों को दर्शाया गया।
स्वच्छता ही सेवा अभियान और औषधि केंद्रों का शुभारंभ
राज्यपाल श्री पटेल ने "स्वच्छता ही सेवा" अभियान पर केंद्रित मध्य प्रदेश की एक फिल्म का लोकार्पण किया और केंद्र सरकार की लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, जो स्वच्छता अभियान की रूपरेखा पर आधारित थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों पर आधारित एक अन्य लघु फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ। इस अवसर पर भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा राज्यपाल और मुख्यमंत्री को प्ले कार्ड भेंट किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म-दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ किया जा रहा है। इन औषधि केंद्रों का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंदों को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन केंद्रों से आम जनता को भारी आर्थिक राहत मिलेगी। राज्यपाल श्री पटेल ने सभी से अपील की कि जन औषधि केंद्रों की जानकारी गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंचाएं ताकि वे सस्ती दवाइयों का लाभ उठा सकें।
सफाई मित्रों का सम्मान और प्रोत्साहन
राज्यपाल श्री पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में सफाई मित्रों को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहन राशि और स्वच्छता किट का वितरण किया। भोपाल नगर निगम को "स्वच्छता सर्वेक्षण 2023" में फाइव स्टार रेटिंग मिलने पर 4 करोड़ रुपये की राशि भी सिंगल क्लिक से जारी की गई, जो नगर निगम के 8116 सफाई मित्रों को 5000 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में नगरीय निकायों को मिलने वाले कचरा-मुक्त शहर स्टार प्रमाणीकरण के आधार पर सफाई मित्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जितने अधिक स्टार रेटिंग मिलेगी, उतनी ही अधिक प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। एक स्टार रेटिंग वाले निकायों के सफाई मित्रों को 1000 रुपये, जबकि सात स्टार प्राप्त निकायों के सफाई मित्रों को 7000 रुपये दिए जाएंगे।
इंदौर को स्वच्छता में सिरमौर बनाए रखने के लिए बधाई
राज्यपाल श्री पटेल ने इंदौर शहर को लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने पर बधाई दी। उन्होंने इंदौर के सफाई कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और स्वच्छता गतिविधियों में इंदौरवासियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि इंदौरवासियों की स्वच्छता में जागरूकता और सफाई कर्मियों की अथक मेहनत के कारण ही इंदौर को यह सम्मान मिला है।
आवासहीनों के लिए प्रधानमंत्री की पहल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर प्रदेश के 1 लाख 31 हजार परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नवनिर्मित आवासों में प्रवेश कर रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक 36 लाख 24 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों को आवास उपलब्ध कराए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आवासहीन परिवारों को मुफ्त आवास उपलब्ध कराना केवल प्रधानमंत्री मोदी जैसे दूरदर्शी नेतृत्व के कारण ही संभव हो पाया है।
किफायती दरों पर दवाइयों की उपलब्धता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री मोदी की पहल से शुरू किए गए जन औषधि केंद्रों की सराहना की, जो आम आदमी के लिए किफायती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में 300 से अधिक दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा का विस्तार सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए किए जाने की जानकारी दी।
स्वच्छता कर्मियों का योगदान अतुलनीय
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता कर्मियों के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उनके प्रयासों के बिना प्रदेश को स्वच्छता के क्षेत्र में यह गौरव प्राप्त नहीं हो सकता था। कोविड काल के दौरान भी स्वच्छता कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना समाज की सेवा की और लोगों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से भोपाल को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी और इंदौर को लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है।
कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद वीडी शर्मा, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह, विधायक रामेश्वर शर्मा और भोपाल की महापौर मालती राय सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में सफाई मित्रों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके बिना यह स्वच्छता अभियान सफल नहीं हो सकता। उनके अथक प्रयासों के चलते ही प्रदेश को यह गौरव प्राप्त हो रहा है।
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