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शिक्षक दिवस पर योग प्रशिक्षक और शिक्षकों को किया गया सम्मानित

स्वर्ण जयंती पार्क में योग धर्म साधना केंद्र द्वारा आयोजित किया गया कार्यक्रम

भोपाल। कोलार रोड स्थित स्वर्ण जयंती पार्क में योग धर्म साधना केंद्र के तत्वावधान में शिक्षक दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में योग साधक और साधिकाओं ने अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट करते हुए योग प्रशिक्षक राजेश श्रीवास्तव काे विशेष रूप से सम्मानित किया। राजेश श्रीवासतव, जो पिछले 15 वर्षों से निशुल्क योग कक्षाएं संचालित कर रहे हैं, उनकाे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम की शुरुआत: सम्मान और श्रद्धांजलि 

कार्यक्रम का प्रारंभ योग साधकों द्वारा योग प्रशिक्षक राजेश श्रीवास्तव के सम्मान के साथ हुआ। श्रीवास्तव न केवल योग के एक समर्पित शिक्षक हैं, बल्कि उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों में योग की महत्वता को बढ़ाने और इसे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उनकी इस समर्पण भावना के चलते, उन्हें योग साधकों और साधिकाओं ने शिक्षक दिवस के पर सम्मानित किया।

इसके बाद, योग केंद्र पर नियमित रूप से आने वाले और शिक्षण कार्य में संलग्न योग साधकों का भी सम्मान किया गया। इन शिक्षकों में अलका शर्मा, पिंकी कुशवाहा, सुरेंद्र मालवीय, शिप्रा चौधरी, राखी गुप्ता और अजीत जैन काे सम्मानित किया गया। इन सभी ने योग के माध्यम से न केवल अपनी शिक्षा में श्रेष्ठता दिखाई है, बल्कि उन्होंने योग साधना को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया है। कार्यक्रम में इन सभी शिक्षकों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया।


सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति

समारोह के अगले भाग में योग साधक और साधिकाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इन कार्यक्रमों ने न केवल सभी उपस्थित जनों का मनोरंजन किया, बल्कि यह भी दिखाया कि योग साधना से किस प्रकार व्यक्ति में शारीरिक और मानसिक संतुलन के साथ-साथ रचनात्मकता भी बढ़ती है। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में गीत, नृत्य और नाटक शामिल थे, जो योग साधकों के आत्मविश्वास और योग के प्रति उनकी गहरी निष्ठा को दर्शाते हैं।

कार्यक्रम का संचालन आशी अग्रवाल, अलका शर्मा, पिंकी कुशवाहा और अन्य योग साधकों ने मिलकर कुशलतापूर्वक किया। संचालन के दौरान उन्होंने शिक्षकों और योग प्रशिक्षक के महत्व पर प्रकाश डाला और योग के माध्यम से समाज में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों की चर्चा की।

योग धर्म साधना केंद्र की अनूठी यात्रा

यह आयोजन विशेष रूप से इस बात को रेखांकित करता है कि योग धर्म साधना केंद्र विगत 15 वर्षों से किस प्रकार समाज के विभिन्न वर्गों में योग का प्रचार-प्रसार कर रहा है। योग धर्म साधना केंद्र की स्थापना के बाद से, योग प्रशिक्षक राजेश श्रीवास्तव ने निरंतर सेवा भावना से योग के प्रति लोगों की रुचि को प्रोत्साहित किया है। स्वर्ण जयंती पार्क के योग चबूतरे पर प्रतिदिन योग कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें सैकड़ों लोग नियमित रूप से भाग लेते हैं।

इन योग कक्षाओं में आने वाले लोग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करते हैं। राजेश श्रीवास्तव का मुख्य उद्देश्य है कि वे अधिक से अधिक लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सकें। उनके निर्देशन में योग करने वाले साधकों ने विभिन्न प्रकार के आसनों और प्राणायाम के माध्यम से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस किए हैं।

शिक्षा और योग का गहरा संबंध

कार्यक्रम के दौरान, इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया गया कि शिक्षा और योग का गहरा संबंध है। योग, जहां एक ओर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करता है, वहीं दूसरी ओर यह आत्मज्ञान और स्व-अनुशासन की शिक्षा भी प्रदान करता है। शिक्षकों का सम्मान करते हुए यह संदेश दिया गया कि शिक्षक केवल ज्ञान के वाहक नहीं होते, बल्कि वे समाज के मार्गदर्शक भी होते हैं।

योग प्रशिक्षक राजेश श्रीवास्तव ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक दिवस का यह आयोजन न केवल शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि योग भी एक प्रकार की शिक्षा है, जो हमें जीवन के हर पहलू में अनुशासन और समर्पण की भावना सिखाता है। उन्होंने यह भी कहा कि योग साधना से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है, जो शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।


सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव

इस कार्यक्रम ने यह भी दिखाया कि किस प्रकार योग साधना न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के लिए भी महत्वपूर्ण है। योग धर्म साधना केंद्र द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम एक प्रकार से सामाजिक समर्पण का प्रतीक है, जहां लोग एकत्रित होकर न केवल योग का अभ्यास करते हैं, बल्कि समाज के प्रति अपने दायित्वों को भी समझते हैं। इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने योग साधकों और शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया।

योग से जीवन का संतुलन

शिक्षक दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट किया, बल्कि योग के महत्व को भी रेखांकित किया। योग धर्म साधना केंद्र द्वारा किए जा रहे इस अद्वितीय प्रयास ने समाज में योग के प्रति जागरूकता को बढ़ाया है और लोगों को स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित किया है।

राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह योग केंद्र पिछले 15 वर्षों से लोगों को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बना रहा है। शिक्षक दिवस के इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि शिक्षा और योग दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो हमें बेहतर इंसान बनने की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। 

इस प्रकार, शिक्षक दिवस का यह आयोजन न केवल एक समारोह था, बल्कि यह समाज के प्रति एक संदेश भी था कि योग और शिक्षा के माध्यम से हम सभी अपने जीवन को बेहतर और संतुलित बना सकते हैं। 

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